Tuesday, December 31, 2013

नववर्ष की पूर्व संध्या पर




इक टीस तो है तेरे गुज़र जाने की, पर एक खामोश खुशी भी है
उस तालीम के लिए जो तूने मुझे कई मर्तबा ग़मज़दा कर दी है
और यकीन मान वही तालीम तुझे ज़िंदा रखेगी..
सुन ऐ 2013!!! कैलेण्डर बदल जाएगा..
पर रुह के किसी कोने में स्मृतियों के जरिये
चस्पा रहेगा तू, दीवार पे ठुकी किसी कील की तरह।।।

11 comments:

  1. बहुत सुन्दर .......नव वर्ष मंगलमय हो

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    1. शुक्रिया आपका भी नववर्ष की बधाई।।।

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  2. बहुत उम्दा. अतीत से मिली तालीम वर्तमान के लिए रास्ता दिखाती है. शुभकामनाएँ!

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    1. धन्यवाद शबनम जी।।।

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  3. Replies
    1. शुक्रिया आदित्य जी...

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  4. आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं।।।

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  5. शुक्रिया आपका..साथ ही शुभकामनाएं भी।।।

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  6. Deri Se hi Sahi ....नव वर्ष मंगलमय हो...Ankur ji

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  7. पुरानी ही सही पर अच्‍छे शब्‍दों से सजी एक पोस्‍ट।

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