क्यूं
अफसोस करें हम
कि कुछ भी न होता
मन का मेरे
क्युं तन्हा
रहे हम हरदम
कि जीवन को घेरे
घनघोर अंधेरे...
क्युं
अपने नसीब को कोसें
कि जो चाहें
वो मिले न हमको
क्युं नाराज़
खुदा से हों
जब सुकुं मिले
न आवारा दिल को...
यूँ अफसोस जताके
हम,
तौहीन करें
अपने जीवन की
तौहीन करें
अपनी साँसों की,
और
वक्त के मृदु संगम की..
सच तो ये है
सनम! सुनो तुम
मिले वही
गर हो जाये
सबकुछ मन का
तो
बात याद रखना वो पुरानी
जिसे सुनाया करती थी,
बड़ी सयानी...
कि
जिंदगी हमारे धीरज का
इम्तिहान,
युंही बस लेती है
और
ज़रूरत से ज्यादा
रोशनी भी
अंधा बना देती है।
गहरी बात।
ReplyDeleteशुक्रिया आपका...
Deleteगहन बात कहती हुई सुंदर रचना ...
ReplyDeleteशुक्रिया आपका संगीता जी...
Deleteज़रूरत से ज्यादा
ReplyDeleteरोशनी भी
अंधा बना देती है।
गहन बात......सुंदर रचना ......
धन्यवाद कौशलजी...
Deleteयुंही बस लेती है
ReplyDeleteऔर
ज़रूरत से ज्यादा
रोशनी भी
अंधा बना देती है।
....दिल से लिखी गहन बात दिल तक पहुँचती है और बहुत मार्मिक भी होती है...
बहुत बहुत शुक्रिया संजय जी आपका...
Deleteजिंदगी हमारे धीरज का
ReplyDeleteइम्तिहान,
युंही बस लेती है
और
ज़रूरत से ज्यादा
रोशनी भी
अंधा बना देती है।
in panktiyon me hi saar samaya hai..........
prastuti ka andaaj man ko bhaya hai.......
suresh rai
www.mankamirror.blogspot.in
बहुत बहुत शुक्रिया आपका...आता हूँ आपकी चौखट पे भी...
Deleteबहुत सारगर्भित प्रस्तुति...
ReplyDeleteशुक्रिया आपका...
Deleteबहुत सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति ,,,
ReplyDeleteRECENT POST -: तुलसी बिन सून लगे अंगना
बहुत बहुत शुक्रिया आपका...आता हूँ आपकी चौखट पे भी...
Deleteबहुत सुंदर प्रस्तुति ,,,
ReplyDeleteRECENT POST -: तुलसी बिन सून लगे अंगना
Behud sarthak rachna....ati to harkuch ki kharab hi hoti hai....
ReplyDeleteThank you so much :)
Deletebahut sundar rachna
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका...
Deleteऊपर वाला सब को उसी की हिसाब अनुसार देता है ...
ReplyDeleteहां सच है ज्यादा रोच्नी अंधा बना देती है ... फिर भी रौशनी की प्यास नहीं मिटती ... दीपावली के पावन पर्व की बधाई ओर शुभकामनायें ... ...
जी सहमत आपकी बात से...आपको भी शुभकामनाएं।।।
Deleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका...आता हूँ आपकी चौखट पे भी...
ReplyDeletegehri baat keh di apne....sarthak rachna
ReplyDeletethank you :)
ReplyDeletebahut hee gehree aur dil koo choo laene vaali Rachna.
ReplyDeleteBahut khoob.!!!
Thanks Sangeeta Di :)
Deleteगहन बात कहती हुई सुंदर रचना ...
ReplyDeleteआभार आपका....
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